गंगा, यमुना, यहां नर्मदा
मंदिर, मस्जिद के संग गिरजा,
शांति प्रेम की देता शिक्षा,
मेरा भारत सदा सर्वदा।
सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनाएं !
फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खायी,
हम उन शहीदों को प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर, हम उनको सलाम करते हैं !
स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो !!!
अब तक जिसका खून न खौला, खून नहीं वो पानी है
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है,
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की बधाई।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
ऐसा नशा ही कुछ हिंदुस्तान की शान का हैं।
आजादी की कभी शाम नही होने देंगे,
शहीदों की क़ुरबानी बदनाम नही होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत माता का आंचल निलाम नही होंगे देंगे
वतन हमारा मिसाल है मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवारें नफरत की,
ये मेरी खुश नसीबी है जो मिली जिन्दगी इस चमन में…
और भुला न सके कोई भी इसकी खूशबु सातों जनम में…
चलो फिर से खुद को जगाते है,
अनुसाशन का डंडा फिर घूमाते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र स्वतंत्रता का,
शहीदों के लहू से ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है…
आओ झुक कर सलाम करे उन्हें,
जिनकी ज़िन्दगी में ये मुकाम आया है,
किस कदर खुशनसीब है वो लोग,
जिनका लहू भारत देश के काम आया है
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनायें।
दे सलामी इस तिरंगे को
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
जय हिन्द, जय भारत
भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान,
इस दिन के लिए जो हुए थे हंसकर कुर्बान,
आज़ादी की ये खुशियाँ मनाकर लो ये शपथ
की बनायेंगे देश भारत को और भी महान..
तिरंगा हमारा शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती हैं वफा-ए-जमीं,
देश के मर मिटना काबुल है हमें,
अखंड भारत के स्वपन का जुनून हैं हमें…
मंदिर, मस्जिद के संग गिरजा,
शांति प्रेम की देता शिक्षा,
मेरा भारत सदा सर्वदा।
सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनाएं !
हम उन शहीदों को प्रणाम करते हैं,
जो मिट गए देश पर, हम उनको सलाम करते हैं !
स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो !!!
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है,
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की बधाई।
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
ऐसा नशा ही कुछ हिंदुस्तान की शान का हैं।
शहीदों की क़ुरबानी बदनाम नही होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत माता का आंचल निलाम नही होंगे देंगे
तोड़ता है दीवारें नफरत की,
ये मेरी खुश नसीबी है जो मिली जिन्दगी इस चमन में…
और भुला न सके कोई भी इसकी खूशबु सातों जनम में…
अनुसाशन का डंडा फिर घूमाते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र स्वतंत्रता का,
शहीदों के लहू से ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है…
जिनकी ज़िन्दगी में ये मुकाम आया है,
किस कदर खुशनसीब है वो लोग,
जिनका लहू भारत देश के काम आया है
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनायें।
जिस से तेरी शान हैं,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका
जब तक दिल में जान हैं..!!
जय हिन्द, जय भारत
इस दिन के लिए जो हुए थे हंसकर कुर्बान,
आज़ादी की ये खुशियाँ मनाकर लो ये शपथ
की बनायेंगे देश भारत को और भी महान..
वतन परस्ती हैं वफा-ए-जमीं,
देश के मर मिटना काबुल है हमें,
अखंड भारत के स्वपन का जुनून हैं हमें…
15 अगस्त पर शायरी
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!
हल्की सी धूप बरसात के बाद,
थोरी सी खुशी हर बात के बाद,
इसी तरह मुबारक हो आप को,
जशन-ए-आज़ादी 1 दिन के बाद…
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई…
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान…
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
जान लूटा देंगे वतन पे हो जाएँगे क़ुरबान…
इसलिए हम कहते है मेरा देश महान..
चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तो के खून की वो धारा याद कर ले।
मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है,
है दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान,
इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
हैं मेरा बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान।
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है !!
थोरी सी खुशी हर बात के बाद,
इसी तरह मुबारक हो आप को,
जशन-ए-आज़ादी 1 दिन के बाद…
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान…
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
जान लूटा देंगे वतन पे हो जाएँगे क़ुरबान…
इसलिए हम कहते है मेरा देश महान..
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर ले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे
देशभक्तो के खून की वो धारा याद कर ले।
है दोनों इंसान,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ़ ले कुरान,
इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
हैं मेरा बस एक ही अरमान,
एक थाली में खाना खाए सारा हिन्दुस्तान।
स्वतंत्रता दिवस पर कविता
प्यारा प्यारा मेरा देश,
सबसे न्यारा मेरा देश।
दुनिया जिस पर गर्व करे,
ऐसा सितारा मेरा देश।
चांदी सोना मेरा देश,
सफ़ल सलोना मेरा देश।
गंगा जमुना की माला का,
फूलोँ वाला मेरा देश।
आगे जाए मेरा देश,
नित नए मुस्काएं मेरा देश।
इतिहासों में बढ़ चढ़ कर,
नाम लिखायें मेरा देश।
भारत देश हमारा प्यारा।
सारे विश्व में हैं न्यारा।
अलग अलग हैं यहाँ रूप रंग।
पर सभी एक सुर में गाते।
झेंडा ऊँचा रहे हमारा।
हर परदेश की अलग जुबान।
पर मिठास की उनमे शान।
अनेकता में एकता पिरोकर।
सबने मिल जुल कर देश संवारा।
लगा रहा हैं भारत सारा।
‘हम सब एक हैं’ का नारा।
यारा प्यारा मेरा देश
सजा सवार मेरा देश’
दुनिया जिस पर गर्व करे
नयन सितारा मेरा देश
चांदी सोना मेरा देश
सफल सलोना मेरा देश
सुख का कोना मेरा देश
फूलों वाला मेरा देश
झूलों वाला मेरा देश
गंगा यमुना की माला का मेरा देश
फूलों वाला मेरा देश
आगे जाए मेरा देश
नित नए मुस्कुराये मेरा देश
इतिहासों में नाम लिखाया मेरा देश
यारा प्यारा मेरा देश
सजा संवारा मेरा देश
क्या पढ़ते हो किताबों में
आओ मैं तुम्हे बताती हूँ,
15 अगस्त की असली परिभाषा
आज अच्छे से समझती हूँ।
एक दौर था जब भारत को,
सोने की चिड़िया कहते थे।
कैद कर लिया इस चिड़िये को,
वो शिकारी अंग्रेज कहलाते थे।
कुतर-कुतर कर सारे पंख,
अधमरा कर छोड़ा था।
सांसें चल रही थी बस,
ताकत से अब रिश्ता पुराना था।
कहते हैं कि हिम्मत से बढ़ कर,
दुनिया में और कुछ नहीं होता।
कतरा-कतरा समेट कर,
फिर उठ खड़ी हुई वो चिड़िया।
बिखर गए थे सारे पंख,
तो बिन पंखो के उड़ना सीख लिया।
परिस्थिति चाहे जैसी भी थी दोस्तों,
उसने लड़ना सीख लिया।
लड़ती रही अंतिम सांस तक,
और सफलता उसके हाथ लगी।
आज़ादी की थी चाह मन में,
और वो आज़ादी के घर लौट गयी।
आज उस चिड़िया को हम,
गर्व से भारत बुलाते हैं।
और सीना गद-गद हो जाता,
जब हम भारतीय कहलाते हैं।
आज़ादी का यह पर्व दोस्तों,
आओ मिल कर मनाते हैं,
चाहे रहें हम अमेरिका या लंदन
भारत को आगे बढ़ाते हैं,
भारत के गुण गाते हैं और 15 अगस्त मनाते हैं।
स्वर्ग या तोरण पथ से बेहतर
मैं तुम्हें प्यार करता हूं, ओ मेरे भारत
और मैं उन सभी को प्यार करुंगा
मेरे सभी भाई जो राष्ट्र में रहते हैं
ईश्वर ने पृथ्वी बनाई;
मनुष्य ने देशों की सीमाएं बनाई
और तरह तरह की सुंदर सीमा रेखाएं खींचीं
परन्तु अप्राप्त सीमाहीन प्रेम
मैं अपने भारत देश के लिए रखता हूं
इसे दुनिया में फैलाना है
धर्मों की माँ, कमल, पवित्र सुंदरता और मनीषी
उनके विशाल द्वार खुले हैं
वे सभी आयु के ईश्वर के सच्चे पुत्रों का स्वागत करते हैं
जहां गंगा, काष्ठ, हिमालय की गुफाएं और
मनुष्यों के सपने में रहने वाले भगवान
मैं खोखला हूं; मेरे शरीर ने उस तृण भूमि को छुआ है
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा
चमक रहा आसमा में देश का सितारा
आजादी के दिन आओ मिलके करें दुआ
कि बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा
सबसे न्यारा मेरा देश।
दुनिया जिस पर गर्व करे,
ऐसा सितारा मेरा देश।
चांदी सोना मेरा देश,
सफ़ल सलोना मेरा देश।
गंगा जमुना की माला का,
फूलोँ वाला मेरा देश।
आगे जाए मेरा देश,
नित नए मुस्काएं मेरा देश।
इतिहासों में बढ़ चढ़ कर,
नाम लिखायें मेरा देश।
सारे विश्व में हैं न्यारा।
अलग अलग हैं यहाँ रूप रंग।
पर सभी एक सुर में गाते।
झेंडा ऊँचा रहे हमारा।
हर परदेश की अलग जुबान।
पर मिठास की उनमे शान।
अनेकता में एकता पिरोकर।
सबने मिल जुल कर देश संवारा।
लगा रहा हैं भारत सारा।
‘हम सब एक हैं’ का नारा।
सजा सवार मेरा देश’
दुनिया जिस पर गर्व करे
नयन सितारा मेरा देश
चांदी सोना मेरा देश
सफल सलोना मेरा देश
सुख का कोना मेरा देश
फूलों वाला मेरा देश
झूलों वाला मेरा देश
गंगा यमुना की माला का मेरा देश
फूलों वाला मेरा देश
आगे जाए मेरा देश
नित नए मुस्कुराये मेरा देश
इतिहासों में नाम लिखाया मेरा देश
यारा प्यारा मेरा देश
सजा संवारा मेरा देश
आओ मैं तुम्हे बताती हूँ,
15 अगस्त की असली परिभाषा
आज अच्छे से समझती हूँ।
एक दौर था जब भारत को,
सोने की चिड़िया कहते थे।
कैद कर लिया इस चिड़िये को,
वो शिकारी अंग्रेज कहलाते थे।
कुतर-कुतर कर सारे पंख,
अधमरा कर छोड़ा था।
सांसें चल रही थी बस,
ताकत से अब रिश्ता पुराना था।
कहते हैं कि हिम्मत से बढ़ कर,
दुनिया में और कुछ नहीं होता।
कतरा-कतरा समेट कर,
फिर उठ खड़ी हुई वो चिड़िया।
बिखर गए थे सारे पंख,
तो बिन पंखो के उड़ना सीख लिया।
परिस्थिति चाहे जैसी भी थी दोस्तों,
उसने लड़ना सीख लिया।
लड़ती रही अंतिम सांस तक,
और सफलता उसके हाथ लगी।
आज़ादी की थी चाह मन में,
और वो आज़ादी के घर लौट गयी।
आज उस चिड़िया को हम,
गर्व से भारत बुलाते हैं।
और सीना गद-गद हो जाता,
जब हम भारतीय कहलाते हैं।
आज़ादी का यह पर्व दोस्तों,
आओ मिल कर मनाते हैं,
चाहे रहें हम अमेरिका या लंदन
भारत को आगे बढ़ाते हैं,
भारत के गुण गाते हैं और 15 अगस्त मनाते हैं।
मैं तुम्हें प्यार करता हूं, ओ मेरे भारत
और मैं उन सभी को प्यार करुंगा
मेरे सभी भाई जो राष्ट्र में रहते हैं
ईश्वर ने पृथ्वी बनाई;
मनुष्य ने देशों की सीमाएं बनाई
और तरह तरह की सुंदर सीमा रेखाएं खींचीं
परन्तु अप्राप्त सीमाहीन प्रेम
मैं अपने भारत देश के लिए रखता हूं
इसे दुनिया में फैलाना है
धर्मों की माँ, कमल, पवित्र सुंदरता और मनीषी
उनके विशाल द्वार खुले हैं
वे सभी आयु के ईश्वर के सच्चे पुत्रों का स्वागत करते हैं
जहां गंगा, काष्ठ, हिमालय की गुफाएं और
मनुष्यों के सपने में रहने वाले भगवान
मैं खोखला हूं; मेरे शरीर ने उस तृण भूमि को छुआ है
चमक रहा आसमा में देश का सितारा
आजादी के दिन आओ मिलके करें दुआ
कि बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा
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