Breaking

Saturday, February 17, 2018

Shayari of The Day 17 Feb 2018


सपना देखता है रात को आशिकी के
और डरता है की जल्दी सुबह ना हो
माशूक़ ढूंढता है खूबसूरत कोई
पर डरता है की वो बेवफा ना हो

No comments: