किस हद तक जाना है, ये कौन जानता है,
किस मंजिल को पाना है, ये कौन जानता है,
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज बिछड़ जाना है ये कौन जानता है।।
किस मंजिल को पाना है, ये कौन जानता है,
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज बिछड़ जाना है ये कौन जानता है।।
रिश्ते तो चाहे जैसे हो निभाए जाते है
दोस्ती में कुछ रस्म निभाए जाते है
जब कोई नही होता है दुनिया में
तो बस दोस्त ही वक्त मे पुकारे जाते है
दोस्ती में कुछ रस्म निभाए जाते है
जब कोई नही होता है दुनिया में
तो बस दोस्त ही वक्त मे पुकारे जाते है
यादों के भंवर में एक पल हमारा हो,
खिलते चमन में एक गुल हमारा हो,
जब याद करें आप अपने दोस्तों को,
उन नामों में बस एक नाम हमारा हो।
खिलते चमन में एक गुल हमारा हो,
जब याद करें आप अपने दोस्तों को,
उन नामों में बस एक नाम हमारा हो।
मज़ा आता है किसी को सताने में,
रूठे न कोई मजा क्या मनाने में
एक दोस्त से ही तो ख़ुशी है
वरना रखा क्या है इस जमाने में…
रूठे न कोई मजा क्या मनाने में
एक दोस्त से ही तो ख़ुशी है
वरना रखा क्या है इस जमाने में…
कभी पसंद ना आये मेरी दोस्ती
तो साफ कह देना दोस्त़ कसम से,
हंस कर चले जायेंगे तेरी जिंदगी से तेरी खुशी की खातिर…
तो साफ कह देना दोस्त़ कसम से,
हंस कर चले जायेंगे तेरी जिंदगी से तेरी खुशी की खातिर…
दोस्ती चेहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती सुख दुःख की पहचान होती है,
रूठ भी जाये हम तो दिल से मत लगाना,
क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।
दोस्ती सुख दुःख की पहचान होती है,
रूठ भी जाये हम तो दिल से मत लगाना,
क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।
दोस्ती में किसी का इम्तिहान न लेना,
निभा न सको वो किसी को वादा न देना,
जिसे तुम बिन जीने की आदत न हो,
उसे जिन्दगी जीने की दुआ न देना।
निभा न सको वो किसी को वादा न देना,
जिसे तुम बिन जीने की आदत न हो,
उसे जिन्दगी जीने की दुआ न देना।
लोग दिल देखते हैं, हम दिल देखते हैं,
लोग सपने देखते हैं हम हक़ीकत देखते हैं,
लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं,
हम दोस्तो में दुनिया देखते हैं..
लोग सपने देखते हैं हम हक़ीकत देखते हैं,
लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं,
हम दोस्तो में दुनिया देखते हैं..
कौन कहता है कि दोस्ती बराबर वालों में होती है..
सच तो यही है कि दोस्ती में सब बराबर होता है…
सच तो यही है कि दोस्ती में सब बराबर होता है…
अगर हम खुद को भूल जायेंगे तो कोई ग़म नहीं,
अगर आपको भूल जायेंगे तो वो हम नहीं,
चाहते हैं हम दोस्तों को जान से भी ज्यादा,
उनके लिए अपनी जान भी चली जाये तो कोई ग़म नहीं।।
अगर आपको भूल जायेंगे तो वो हम नहीं,
चाहते हैं हम दोस्तों को जान से भी ज्यादा,
उनके लिए अपनी जान भी चली जाये तो कोई ग़म नहीं।।
करनी है खुदा से एक गुजारिस
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बन्दिगी ना मिले।
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा
या फिर कभी दोस्ती ना मिले।।
तेरी दोस्ती के सिवा कोई बन्दिगी ना मिले।
हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा
या फिर कभी दोस्ती ना मिले।।
दोस्त दिल की हर बात समझ जाया करते हैं
सुख दुःख के हर पल में साथ हुआ करते है
दोस्त तो मिला करते है तक़दीर वालो को
मिले ऐसी तक़दीर हर बार हम दुआ करते है
सुख दुःख के हर पल में साथ हुआ करते है
दोस्त तो मिला करते है तक़दीर वालो को
मिले ऐसी तक़दीर हर बार हम दुआ करते है
दोस्ती तो ज़िदगी का एक खूबसूरत लम्हा है.
ये सब रिश्तों से अच्छा है..
जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है
जिसे न मले वो भीड़ में भी अकेला है…
ये सब रिश्तों से अच्छा है..
जिसे मिल जाये वो तन्हाई में भी खुश है
जिसे न मले वो भीड़ में भी अकेला है…
न जाने सालों बाद कैसा समां होगा,
हम सब दोस्तों में से कौन कहा होगा,
फिर अगर मिलना होगा तो मिलेंगे ख्वाबों मे,
जैसे सूखे गुलाब मिलते है किताबों मे
हम सब दोस्तों में से कौन कहा होगा,
फिर अगर मिलना होगा तो मिलेंगे ख्वाबों मे,
जैसे सूखे गुलाब मिलते है किताबों मे
रिश्तो की दुनिया है निराली,
सब रिश्तो से प्यारी है दोस्ती हमारी
मंजूर है आँसू भी आँखों में हमारी
अगर आ जाए मुस्कान होटो पे तुम्हारी..
सब रिश्तो से प्यारी है दोस्ती हमारी
मंजूर है आँसू भी आँखों में हमारी
अगर आ जाए मुस्कान होटो पे तुम्हारी..
दोस्तों की महफिल सजे ज़माना हो गया,
लगता है जैसे खुल के जिए जम़ाना हो गया,
काश कहीं मिल जाए वो काफिला दोस्तों का,
वो लम्हे बिताए ज़माना हो गया..।।
लगता है जैसे खुल के जिए जम़ाना हो गया,
काश कहीं मिल जाए वो काफिला दोस्तों का,
वो लम्हे बिताए ज़माना हो गया..।।
अगर दूर हों जाएँ तो ऐतबार करना
अपने दिल को यूँ बेकरार ना करना
लौट आयेंगें हम जहाँ भी होंगें
सिर्फ हमारी दोस्ती पर ऐतबार करना।।
अपने दिल को यूँ बेकरार ना करना
लौट आयेंगें हम जहाँ भी होंगें
सिर्फ हमारी दोस्ती पर ऐतबार करना।।
दूरियां ही दोस्तों को नज़दीक लादी हैं,
दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती है,
दूर रहकर है करीब दोस्त कितना
दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं.
बोलती है दोस्ती चुप रहता हैं प्यार ,
दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती है,
दूर रहकर है करीब दोस्त कितना
दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं.
बोलती है दोस्ती चुप रहता हैं प्यार ,
हसाती हैं दोस्ती रूलाता हैं प्यार ,
मिलती है दोस्ती जुदा करते हैं प्यार ,
फिर भी क्यों दोस्ती छोड़कर लोग करते हैं प्यार …..!!
मिलती है दोस्ती जुदा करते हैं प्यार ,
फिर भी क्यों दोस्ती छोड़कर लोग करते हैं प्यार …..!!
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