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Thursday, April 19, 2018

How to Make Perfect Body Language in Hindi 2018 (Topic)

Body Language

नमस्कार दोस्तों,

आज हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर बात करेंगे। "Body Language" यानि हमारी शरीर की दर्शन भाषा। यह एक ऐसा विषय है, जिसके बारे मैं हम सब थोडा थोडा अवश्य जानते है, पर इसे कभी follow नहीं करते है। या ऐसा कहिये, बहुत ही कम ध्यान देते है व् अनुशरण करते है।

हम आज इस बात पर चर्चा करेंगे की, अगर हम थोडा ध्यान दे तो हम आपनी जीवन शैली को और ज्यादा बेहतर बना सकते है। Body Language को थोडा improve करके हम एक बड़ा परिवर्तन कर सकते है अपनी सामाजिक योग्यता, आकर्षता और सामान्य  मनोदशा में।

और दोस्तों इसके लिए कोई निश्चित नियम भी नहीं है, के आप को क्या करना है। ये अलग अलग परिस्थितियों में अलग अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए आप कहा है, ऑफिस में, धर पर, दोस्तों के साथ, पार्टी में आदि। आप किस से बात कर रहे है, किसी पारिवारिक सदस्य से, अपने बोस से, दोस्त आदि।

सबसे पहले आप को अपनी Body Language को समझना होगा। आप कैसे उठते है, बैठते है, आप कैसे अपने हाथो और पैरो का इस्तमाल करते है, आप किसी से बात करते समय क्या करते है ।

आप को नई आदत सीखने के लिए थोड़ी practice करनी पड़ेगी। यह practice आप स्वयं कर सकते है, एक आईने  (mirror) के सामने खड़े हो कर, थोडा अजीब लगता है, पर क्या हुआ, आप स्वयं आप को देख रहे होंगे, आप को अपने आप को सुधारने का मोका मिलाता है, आप आसानी से सोच सकते है, के आप की body language कैसी है।

एक अच्छा तरीका यह भी है, आप किसी सेलेब्रिटी का अनुशरण करे, जो भी आप को अच्छा लगता हो। आप अपने किसी मित्र, रिस्तेदार या किसी भी ऐसे व्यक्ति का, जिसको देख कर आप को लगता हो की इस से कुछ अच्छा हम सिख सकते है, उसे follow करे। शायद आप को लगे की आप अपने आप को धोका दे रहे है, पर अगर आप किसी अच्छी बात का अनुशरण कर लेते है, तो आप  स्वयं  उसे इस्तेमाल करने वाले  व्यक्ति  हो जाते है, वह आप की एक पहचान हो जाती है, और इसमें कोई बुराई नहीं है। हमेसा हर व्यक्ति हो, अगर मोका मिले तो अच्छी आदते और अच्छी बातें चाहे वह कही से भी आ रही हो, अवश्य सीखनी चाहिए।

मैं यहाँ पर कुच्छ महत्वपूर्ण पॉइंट लिख रहा हु, जो body language के improvment में मदद रूप हो सकते है।

१. अपने हाथो और पैरो को आपस में न बांधे - आप ने शायद कही सुना भी हो, अपने दोनों हाथो को आपस में बाँध की स्थिति में नहीं रखना चाहिए। यह एक बचाव की मुद्रा है। और यही बात पैरो के लिए भी लागु पड़ती है। अपने हाथो और पैरो को खुली  स्थिति में रखिये।

२. आँखों  से संपर्क करे, पर धुरे नहीं - अगर आप एक से ज्यादा लोगो से बात कर रहे है तो, हर एक व्यक्ति से थोडा थोडा आँखों से संपर्क रखे, और देखे के लोग आप को सुने। बहुत ज्यादा आँखों का संपर्क, सामने वाले व्यक्ति को आप से छुपने के लिए बाध्य कर सकता है। अगर आँखों का बिलकुल ही सम्पर्क नहीं है तो यह   स्थिति आप को असुरक्षा का एहसास कराती है। अगर आप की आदत, है के आप आँखों का संपर्क बिलकुल नहीं करते है, तो आप को यह सिखने मै थोडा वक्त लग सकता है, लेकिन थोड़ी practice के बाद आप यह कर सकते है।

३. थोड़ी खुली जगह ले कर खड़े रहे - अपने जरुरत से थोडा अतिरिक्त जगह लीजिये। ऐसा करने से आप में थोडा आत्म विश्वाश बड़ता है और अप कुछ  और comfortable महशुश करते है।

४. कंधो (shoulders) को आराम की स्थिति मै रखे - जब हम तनाव में होते है तब हमारे कंधे उपर की ओर मुड़े हुए और आगे की तरफ छुके हुए होते है। अपने आप को आराम की  स्थिति मै रखे। ज्यादा तनाव न ले। अपने  कंधो को relax mode में रखे, थोडा पीछे हो कर बैठे।


५. सुनते समय सिर हिलाइए - अगर आप श्रोता है, आप किसी को सुन रहे है तो थोड़ी थोड़ी देर बात अपने  सर को हिलाए। इससे यह संकेत जाता है के आप सामने वाले को ध्यान से सुन रहे है। पर बहुत ज्यादा सर न हिलाए।


६. झुके नहीं, सीधे बैठे - ज्यादा tense न होते हुए, सीधे बैठे।


७. अपनी दिलजस्पी दिखाए - अगर आप को किसी के द्वारा बोली जा रही बात अच्छी लग रही है, और आप उसे यह बताना चाहते है तो थोडा आगे की तरफ झुक कर ध्यान से सुने। सामने वाले को तुरंत मालूम हो जायेगा के आप उसकी बात मै रूचि ले रहे है। पर ज्यादा देर तक आगे झुके न रहे, अपनी आराम की मुद्रा में फिर से आ जाये।


८. हसे और मुस्कुराये - माहोल को हल्का बनाये रखे, ज्यादा गंभीर न रहे। Relax  रहे, हसे और मुस्कुराये जब आप को लगे के कुछ  मजेदार बात हो रही है। लोग हमेशा एक positive व्यक्ति को सुनना ज्यादा पसंद करते है। पर अपने jokes पर पहले स्वम न हसे। किसी से हाथ मिलाते  समय चेहरे पर हल्की मुस्कराहट रखे।


९. अपने चहेरे को न छुए - आप धबराए हुए प्रतीत होते है। अगर आप बोल रहे है या सुन रहे है, दोनों ही स्थिथि में यह एक अवरोध का काम करता है।


१०. अपना सिर ऊपर रखे - निगाहे जमीन के तरफ न रखे। अपना सिर ऊपर रखे और निगाहे सामने के तरफ सीधी दिशा में रखे।


११. अपने हाथो को आत्मविश्वाश के साथ इस्तेमाल करे - अपने हाथो को अवेवस्थित, इधर उधर, अस्थिर मत रखिये। उसका इस्तेमाल बात करते समय, मदद रूप हो, उस प्रकार करे। अपने हाथो को आप के द्वारा कही हुई बातो को समझाने में इस्तेमाल करे। इससे लोगो का ध्यान आप की ओर ज्यादा रहेगा। लोग आप को ध्यान से सुनेंगे।

१२. अच्छी सोच के साथ बात करे- और दोस्तों, सबसे महत्वपूर्ण बात, एक positive सोच से साथ बात करे, हर इन्सान को एक अच्छा इन्सान समझ कर बात कर, इससे आप स्वम एक अच्छे इन्सान साबित होते है।




*** धन्यवाद्


--- अच्छी बाते !

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