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Thursday, December 22, 2016

Hindi Two Line Shyari by Jot Chahal


Hoth mila diye mere hoth se usne yeh keh kr……
cigarette pina chod do to yeh jaam roz milega
Bari Gustakhiyan Karne Laga Hai Mera DilMujh Se,
Ye Jab Se Uska Huwa Hai Meri Sunta Hi Nahi !!!
तेरी शान में क्या नज़्म कहूँ अल्फाज नही मिलते. . .
कुछ गुलाब ऐसे भी हैं जो हर शाख पे नही खिलते. . .
धूप मायूस लौट जाती है. . .
छत पेँ कपङेँ सुखाने आया करो. .
पाँव लटका के दुनिया की तरफ . . .
आओ बैठे किसी सितारे पर . . .
मैने दील के दरवाजे पर लीखा अन्दर आना सख्त मना हे. . .
महोब्बत हंसती हुई आयी और बडे प्यार से कहा माफ करना मै तो अंधी हु. . .
पागल उसने कर दिया, एक बार देखकर. . .
मै कुछ भी ना कर सका लगातार देखकर. .

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