उन जख्मो को भरने में बक्त लगता है , जिनमे शामिल हो अपनों की मेहरवानिया !
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कभी फुर्सत मिले तो सोचना जरूर, एक लापरवाह लड़का क्यों तेरी परवाह करता था…
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इश्क़ गुनाह है तो ग़म नहीं.. वो इंसान ही क्या जो ख़ता न करे.. हादसे कब पुछकर होते है,
तड़पते वही है जो दिल के सच्चे होते है !
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