Breaking

Saturday, February 17, 2018

Best Rajputana Shayari Collections of 2018 by Luv Shyari





1.
#हजारों_से_भिङ_गया_क्षत्रिय_अकेला_पर
#कभी_डरा_नहीं
#शिर_कट_गिरे_धरन_पर_पर_कर्ज_चुकाने_से_पहले
#क्षत्रिय_कभी_मरा_नहीं।..!


2.
हौसलें हो अगर बुलंद तो मुट्ठी में हर मुकाम है,
मुश्किलें और मुसीबतें तो जिंदगी में आम है.. 

3.
*राजपूत*
ना दौलत पे नाज़ करते है ,
ना शोहरत पे नाज़ करते है ,
किया है भगवान ने "राजपूतो" के घर पैदा ,
इसलिए अपनी किस्मत पे नाज़ करते है..!!!








4.
*राजपूत की तलवार**
जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता ,
तब तक "राजपूत" किसी को तंग नहीं करता..!!
सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है,
के "राजपूत" की तलवार को कभी जंग नहीं लगता..!!!
#Jay_Rajputana




5.
*असली राजपूत*
अन्य के लिए जो रक्त बहाये
मातृभूमि का जो देशभक्त कहलाये
गर्जन से शत्रु का तख़्त हिलाये
असुरो से पृथ्वी को विरक्त कराये
वही असली राजपूत कहलाये.!!
#Jay_Rajputana






6.
*कतरा कतरा*
कतरा कतरा चाहे बह जाये लहू बदन का,
कर्ज उतर दूंगा ये वादा आज मैं कर आया !!
हँसते - हँसते खेल जाऊंगा प्राण रणभूमि में,
ये केसरिया वस्त्र मैं आज धारण कर आया !!




7.
*महाराणा का भाला*
कोई पूछे कितना था राणा का भाला
तो कहना कि अकबर के जितना था भाला
जो पूछे कोई कैसे उठता था भाला
बता देना हाथों में ज्यों नाचे माला
चलाता था राणा जब रण में ये भाला
उठा देता पांवों को मुग़लों के भाला
जो पूछे कभी क्यों न अकबर लड़ा तो
बता देना कारण था राणा का भाला



8.
*राजपूत की समाधी*
"दो दो मेला नित भरे, पूजे दो दो थोर
सर कटियो जिण थोर पर, धड जुझ्यो जिण थोर " मतलब
एक राजपूत की समाधी पे दो दो जगह मेले लगते है, पहला जहाँ उसका सर कटा था और दूसरा जहाँ उसका धड लड़ते हुए गिरा था.

9.
*राजपूत*
जंग खाई तलवार से युद्ध नही लड़े जाते,
लंगडे घोड़े पे दाव नही लगाये जाते,
वीर तो लाखों होते है पर सभी महाराणा प्रताप नही होते ,
पूत तो होते है धरती पे सभी... पर सभी “राजपूत” नही होते..!!

10.
*राजपूत*
ज़ुल्म की पहचान मिटा के रख दें राजपूत,
चाहे तो कोहराम मचा के रख दें राजपूत ,
अभी सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम राजपूत,
अगर हो जाये एक तो दुनिया हिला के रख दें राजपूत..!!!

11.
*राजपूत*
सिंह जणे क्षत्राणी , जणे एक सपूत ,
जे उतारे कर्ज दूध रो अर बढावे मान , बाजे राजपूत !!

12.
*राजपूत की तलवार*
राजपूत की आन-बाण-शान का प्रतीक है तलवार,
जीने का नया ढंग नया अंदाज सिखाती है ये तलवार,
सुंदर सजी हुई शानदार म्यान के अंदर रहकर भी,
वीरों के संग अर्धांगिनी सी विराजती है तलवार

13.
*रियासत*
यूँ ही नहीं मिलती किसी को रियासत यहाँ ,
ये तो हुनर की है बात जो हमारे खूनमें मौजूद है.!!

14.
*इतिहास*
प्यासी तलवारों को योद्धा रक्त पिलाने बैठे हैं ,
मेरे राजपूत शेर शिकार करने के लिए बैठे हैं !
दुखों का पहाड़ झुकाने सूरमा आज गंभीर बैठे हैं ,
मेरे वीर राजपूत इतिहास लिखने के लिए बैठे हैं !

15.
*‘क्षत्रिय ’*
मर सकता हूँ मगर झुकना नहीं है मंज़ूर मुझे,
हाँ मैं ‘क्षत्रिय ’ हूँ, इस बात का है ग़ुरूर मुझे,
दंभ है पश्चिम तुझे, चुटकी में तोड़ देंगे हम,
हुंकार भर जो उठ गए, घमंड तेरा चूर है,
सांसों में मेरी संस्कृति है, वेद बहते ख़ून में,
पुराण-शास्त्र-उपनिषद, चेहरे का मेरे नूर है,











16.
*शत्रु*
जो शत्रु की छाती चीरे धार अभी वो बाकि है,
सर काटे जो शत्रु का, तलवार अभी वो बाकि है,
कायरता न समझे गीदड़, हम शेरों की ख़ामोशी को,
जो पंजे से शत्रु के पेट को चीरे बघनख अभी वो बाकि है.!!!! जय भवानी

17.
वीरों की दहाड़ होगी
क्षत्रियो की ललकार होगी ।
आ रहा है वक्त जब फिर , क्षत्रियों की सरकार
होगी ।
हर पापी का सर होगा और , क्षत्रियो
की तलवार होगी ।
फिर क्षत्रिय चमकेगा अब ,
*जय जय मां भवानी * की जय जयकार
होगी ।
बस - एक ही नारा एक ही नाम ,,,,,,,,
''"" जय राजपूताना """'"

18.
भूल गयी इतिहास कौम का, सिंहों की संतान!
जौहर और शाकों की धरती,जय जय
राजस्थान!!
भूल गया राणा प्रताप को, दुजा वीर चौहान!!
गौर और बादल को भुला,याद नहीं पन्ना का बलिदान !!
क्षात्र लहू से सिंचित धरा, का कण कण बड़ा महान!
भूल गयी इतिहास कौम का, सिंहों की
संतान।।
वीर पद्मिनी हाड़ी
राणी, मीरा का गुणगान!
शेखाजी की शान भूल गए,शेखा
की संतान !!
जयमाल पता भूल गए हम दुर्गा का बलिदान !
भूल गयी इतिहास कौम का,सिहों की संतान !!
सतियां और झुंझार खो रहे अपनी ही
पहचान।
पाबू तेजा और गोगाजी जिनका दुनिया करे बखान !!
भूल रामसा भटक रहे, हम निर्लज उनकी
ही संतान !
भूल गयी इतिहास कौम का,सिहों की संतान !!
हठी हमीर के हठ को भूले ,सांगां का
स्वाभिमान!
चेतक की स्वामिभक्ति को,भूले हल्दी का
मैदान!!
कुम्भा की करनी को भूले,भूले पुज्वन सा
बलवान!
भूल गयी इतिहास कौम का,सिंहों की संतान !!
दुल्ला भाट्टी याद किसी को,भूले
बीका रावल मान !
जोधा भूल अमर सिंह भूले,भूले गोगाजी चौहान!!
भोज सरीके पुर्वज भूले,भूले दुर्गादास महान !
भूल गयी इतिहास कौम का,सिहों की संतान !!
दुर्गाजी की भीष्म
प्रतिज्ञा,भूल गयी उनकी ही
संतान !
रामा पीर के पर्चे भूले,भूल गए हम गीता
का वो ज्ञान!!
राजपूती इतिहास गया तो, क्या रहेगा हिंदुस्तान !
भूल गयी इतिहास कौम का सिंहों की
संतान !!
किस और चला तो पथभ्रमित हो,सम्भल जरा नादान !
क्षात्र धर्म के पंच कर्मो से ही,बढे कौम का मान !!
भूल गयी इतिहास कौम का ,सिंहों की संतान!
जौहर और शाकों की धरती,जय जय
राजस्थान !!













20.
दशहत बनाओ तो शेर जैसी
वरना
खाली डराना तो कुत्ते भी जानते है
#राजपूत हो तो खूंखार होना चाहिये वरना खूबसूरत तो लड़िकयां
भी होती है !!

21.
#हाथ_तो_हम_जोड़ते_हैं_सिर्फ_मां_भवानी _के   _आगे
#वरना_हम_राजपुत_तो_वह_है_जो_मौत_को_भी_घुंघरु_पहनाकर_अपने_दरबार_में #मुजरा_कऱवा_दे..!!
#jay_maa_bhavani

22.
जिस दिन राजपूतों की    सरकार बन गई ना तो..
अयोध्या में राम मन्दिर क्या.
पाकिस्तान में भी माँ भवानी का थान बना देगें

23.
सोढा भूल्यो रस्तो वारे तु चडाय । हाकलै उभी रेजे आई माँलण मारी माई ।

24.
सोढा ना होय राज ने
तलवारे थाता काज।
पंचरंगी पाघडीये सोढो ओडखाय आज।
माँलण तारा रखोपा
ने संच्चियार ना होय द्वार ।
कोई ना बापनीय तेवड नथी के आवे सिमाडे पार ।

25.
#_PublicCity कि ऊन आवारा लोगो को होती है,
जो बस #_AngreJ बन के घुमते है ::
और हम बापू जहा खडे होते है,
#_PublicCity नही खुद #_Public_DemanD करती है !

26.
ना हम केसरिया रंग छोड़ सकतेहैं
ना ही जीने का ढंग छोड़ सकते है
क्षत्रिय है  हम
न ‪#‎Attitude_ए _दबंग छोड़‬ सकतेहै
न ही ‪#‎ जंग-ए -Rajputana छोड़‬ सकते है

27.
#तलवार_चली_गयी_होगी_पर..
#तजुर्बे_नही_गये_हाथो_से....!!
#तुम_हथीयार_लेकर_भी_हार_जाओगे..!!
#Jai_Rajputana #

28.
#दिल्ली_का_दरबार_हो_या#GOVERNMENT कीसरकार,
हमको_कोईफर्क_नहीं_पड़ता
क्योंकि,,,:#हम_उस_राजघराने_में_पैदा_हुए_हैं।,
जहाँ हमारा_नाम_सुनकर#बंदूके_भी_रिवर्स_फायर_ठोक_देती #हैं

29.
रजवाडा  गया  हशे
वाला
बाकी
शंस्कूती अने रीतो   आजे पण ऐज  छे

30.
# बेटा ये # बंदा किसी की # सुनेगा नहीं,
क्यूकी  #दरबार
ये कोई # नाम नहीं ख़ुद एक # ब्राण्ड हैं...
    जय माताजी।
   #આતો_રજવાડુ_હો_બાપ











31.
रखते हैं ‪#‎मूछो‬ को ताव देकर , यारी निभाते हैं जान देकर ....
खौफ खाती है ‪#‎दुनिया‬ हमसे, क्योंकि हम जीते है ‪#‎शेरो‬ की दहाड़ लेकर ...

32.
#નમું છું માત્ર #સંબંધો_સાચવવા લાચાર ત્યારે પણ ન હતો, અને આજે પણ નથી.
"દુનિયા હાથ છોડી દેસે પણ #મારો સમાજ કયારેય  નહિ......રાજપૂત.સરકાર..

33.
#जंगल__के__उसुल__वही__जानता__है
 #_जिनकी_यारी_हम_जैसे_शेरों_के_साथ_होती_है

34.
हमारी #Personality को पढ़ा मत करो दोस्त,
हमें समजने में तुम्हारी #Dictionary कम पड़ जायेगी....

35.
डरते  तो  हम किसि के बापसे भी नही,
बस  साला ये #Respect  नाम की  चीज बीचमें  आती है...

36.
बॅाडर पे kya .खुब कहा हमारे एक जवान  ने पाकिस्तानी javan Ko
खुशनसीब। हो तुम जो। शेरों का 🐯 शिकार करते हो। ।।
हमे तो रोज कुते  मारने पडते है। Jai hind.....

37.
#maine_बाईसा_से_बोला
#बाईसा_आप_rply_टाईम_पर_क्यु_नही #__करते
#_बाईसा__बोली
#_बन्ना_हम_आप_को_online_देख_कर #_ही_घुँघट_निकाल_लेते_हे
#_इसलिये_reply_भी_लेट_होते_हे

38.
पाकिस्तानियो के लिए दो लाइनें...
गीले चावल में थोड़ी शक्कर क्या गिरी,
वो भिखारी खीर समझ बैठे।
चंद कुत्तों ने पाकिस्तान जिन्दाबाद क्या बोला,
वो कश्मीर को अपनी जागीर समझ बैठे।

39.
जमाने ने बन्ना के
उसूल तो बदल दिये
पर
रगों मे खून आज
भी वो ही है !!

40.
"Bapu"का बस यही अंदाज हे ,
जब आते हे तो गरमी अपने आप बढ़ जाती हे ।

41.
आधुनिक युग में 2G, 3G और 4G भी आ गए हैं
निकट भविष्य में 5G, 6G......और न जाने कितने  G. आयेंगे
परन्तु याद रहे भारत का काम " बन्ना  जी  " के बगैर नहीं चलेगा ।

42.
##हम_जंगल_मे_नही_है_तो_इसका_मतलब_
ये_नही_की##हम_शिकार_करना_भुल_गये...#
###सिधा???ठोक_देगे

43.
#अरे__पगली__इन_आंखो_मेँ
#नशा_राजपूताने_का_भरा_है_प्यार__का_नहीँ,
#इन_हाथोँ_मेँ__तलवार__उठेगी__गुलाब__के__फूल__नही,
#और_ये_हमारा_क्षत्रिय_राजपूताना_है कोई__सिनेमा_हॉल
#नहीँ,
#यहाँ_युद्ध_और_विजय_की_ही_बाते_होती_है प्यार_की
#नहीँ !!
#जय_राजपूताना..

44.
મજબૂરીઓ હોય છે સાહેબ. ...નહિતર રામ વનમાં.. કૃષ્ણ જેલમાં. ..અને
દરબાર નોકરી કરવા થોડા આવે. .....

45.
हम #सल्तनत देख कर दोस्ती नहीं करते
और #परिणाम सोचकर दुश्मनी  नहीं करते !

46.
. Bapu हाथ किसी का थामकर छोङते नहीँ…
वादा अगर किसी से करे तो तोङते नही..
अगर तोङ दे दिल कोई Bapu का,
तो बिना हाथ पैर तोङे छोङते नही…

47.
किसी‬ ने ‪मुझ‬ से ‪कहा‬ ‪बहुत‬ ‪#खुबसुरत‬ #status‬ ‪लिखते‬ हो #Banna, 
मेने कहा #खुबसुरत वो‬ #baisa‬ ‪हे‬ ‪जिसके‬ लिए ‪हम‬ #लिखा‬ करते‬ है..

48.
जो राजपूत क्षत्रिय समाज के हित में चिंतन नहीं कर सकता,
वह कुँवर,सिंह,और राजपूत लगाना छोड़ दे
 राजपुत सिर्फ नाम नहीं इक प्रतिक हे त्याग का ,
 बलिदान का,निडरता का,कर्मठता का,विश्वास का,सुरक्षा का।।।
जय राजपुताना
जय महाराणा।।

50.
#पुत्र_मैं_राजपूत_का ...
#मुझ_पर_किसका_जोर ...
#काट_दूंगा_हर_वो_सर ...
#जो_उठा_मेरे_समाज_की_ओर ...


No comments: