कोई है इस कदर दिल में बसा
जरा सी दुरी नींद देती है उड़ा
नहीं मालूम था कोई इस कदर रूह में बस जायेगा
देखते देखते धरकन बन जायेगा
दिल में बस कर यु तर पायेगा
एक आएसी आदत सी हो गयी तेरी
के एक पल दूर नहीं रहा जाता है
पता नहीं क्यू तू इस दिल को इतना भाता है
सोचता हु वो कौन सी तेरी बात है
जो मुझे भाति है
तेरी खूबसूरती ,तेरी आवाजे
तेरी सरारत ,तेरी मुस्कान,तेरी हांसी
सायद सबकुछ हा बोहोत प्यारा है तू
तेरी खुसबू मेरी ज़िन्दगी को महकाती है
तेरी आँखों की चमक
रोशन इस दिल को कर जाती है
सुकून है तू जूनून है तू
जो खवाब मैंने देखा था
उसकी हक़ीक़त है तू
ढूंढ़ता रहा खुसी दरबदर होके
मंज़िल की तलाश जैसे
ख़तम नहीं होती थी
तुझे पाके जाना सायद वही था जिसे मैं ढूंढता रहा
मेरा सफर वही ख़तम हुआ जहा तू मंज़िल बनके मिला
तुहि दरया तुहि किनारा था
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romantic shayari in hindi & urdu
jara si duri nind deti hai ura
nahi maulum tha koi is kadar ruh me bas jayega
dekhte dekhte dharkan ban jayega
dil me bas kar u tar payega
ek ayesi adat si hogayee teri
ke ek pal dur nahi raha jata hai
pata nahi q tu is dil ko itna bhata hai
sochta hu wo kon si teri baat hai
jo mujhe bhati hai
teri khubsurti, teri awaje
teri sararat ,teri muskan ,teri haansi
sayad sab kuch ha bohot piyara hai tu
teri khusbu meri zindagi ko mehkati hai
teri aankho ki chamak
roshan is dil ko kar jati hai
sukun hai tu junoon hai tu
jo khawab maine dekhe tha
uski haqikat hai tu
dhundta raha khusi dar badar hoke
manzil ki talas jaise
khatam nahi hoti thi
tujhe pake jaana sayad wahi tha jise main dhundta raha
mera safar wahi khatam hua jaha tu manzil banke mila
tuhi darya tuhi kinara tha
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